जिन्दगी के उतार चढाव में झांकने की एक कोशिश का नाम है जीवन धारा। बह रहे है इस धार में या मंझधार में कौन जाने?
Saturday, May 12, 2012
मां.......................!
एक सुखद अहसास है मां का शब्द गहरी पीडा में मुक्ति का बोध थकान में आराम जन्नत है उसकी गोद हर शब्द कम पड जायेगा मै क्या लिखुं मां का आंचल उसका प्यार, उसकी नाजूक उंगलियों का स्पर्श बालों में फेरना, उसके ऎसा करते ही गहरी नींद, बस गहरी नीद बस सकुन................!