जो नही है साथ ,भारतीय सिनेमा का सदाबहार अभिनेता देवआन्नद जिन्होने बरसों तक आम जनमानस के दिलों पर राज किया । उनकी मृत्यु से सभी को धक्का सा लगा है बालीवुड उदास है पर आम लोगो में भी एक उदासी घिर आयी है । यह जीवन है जो आया है जायेगा भी बस पहचाना जायेगा तो अपने कर्मो से कोई किसी तरह अपनी क्षमता योग्यता से समाज में अपनी छवि तो बनाता ही है बस उसी के आधार पर जीवनधारा बहती है साथ ही इस जीवनधारा में शामिल होते है लोग हमारे सुख दुख में यही जीवन है। इसी तरह जीवन जीते है देव आन्नद अपनी फिल्मों में किये गये अभिनय के लिए अपनी बनायी फिल्मों के जरिये आज भी हमारें साथ यह कह कि वह नही है हमारे बीच तो उनका अनादर ही होगा क्योकि अपनी कर्मो के लिए जब हम किसी को याद करते है वह उसे अमरता की ओर ले जाते है वह तो कर्मयोगी ही थें अपनी अदाओ से अभिनय से और सबसे अलग अन्दाज से जनमानस के दिलों में गहरी जगह बनायी थी ।
एक उदासी सी है वातावरण में यह कब तक जायेगी नही पता ........................
गहरा दुःख है उनके जाने का .
ReplyDeleteदार्दिक श्रद्धांजलि!
ReplyDeleteइस प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलवार के चर्चा मंच पर भी की गई है! अधिक से अधिक पाठक आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो
चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
vahi to asli kalakaar hai jo jaate hue apni amit chaap chhod jaaye.
ReplyDeleteसादर श्रद्धांजली....
ReplyDeleteआप सभी का इस ब्लाग पर स्वागत है । शास्त्री जी का आभार आपने इस प्रविष्ट को चर्चामंच में सम्मिलित किया, आगे इतना ही क्यों नजरों से दूर जाते हे वो जिन्हे हम सबसे ज्यादा चाहते है ।
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