जिन्दगी के उतार चढाव में झांकने की एक कोशिश का नाम है जीवन धारा। बह रहे है इस धार में या मंझधार में कौन जाने?
Thursday, February 10, 2011
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Sunita Sharma Khatri : कितनी ही कहानियां हमारे जीवन के चँहु ओर बिखरी रहती हैं कुछ भुला दी जाती है कुछ लिखी जाती हैं. हर दिन सवेरा होता है, ...
life's stories
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: "ऋषिकेश के प्राचीन पौराणिक मंदिर ऐतिहासिक युग का प्रतिनिधित्व करते है इसी में रघुनाथ मंदिर भी है गंगा के करीब पर आपने पूर्व..."...
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मूँगफली की खुशबू ,गुड की मिठास,मक्के की बहार ख़ुशियाँ मिले हजार,मुबारक हो सभी को लहोडी का त्यौहार।
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जीवन जीने के लिए क्यों बहाने खोजता है इन्सान ? बिना किसी मकसद के जीवन क्या जीवन रह जाता है जब कोई मकसद नही रहता वह मायूसी में खो जाता है इन्...
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"कहते है तीर्थो के पवित्र वातावरण में ऋषि-मुनियों के सत्संग से मनुष्य निष्पाप हो जाता है। अर्थवेद के अनुसार बडे-बडे यज्ञो का अनुष्ठा....
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"उफान में गंगागंगा के किनारे बस्तियां हई जलमग्न गंगा के प्रवाह में बह गयी शिव गंगा ,के करीब रहने वाले सकते में है आश्चर्य में है उ.....
आदरणीय सुनीता शर्मा जी
ReplyDeleteआपका ब्लॉग इतिहास और वर्तमान का जीवंत दस्तावेज है ...आपका आभार
कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
ReplyDeleteवर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .
मैं 2004.से 2007 तक देहरादून में पोस्टेड रहा हूँ.उस दौरान हृषिकेश कई बार गया. वहां गंगा के किनारे मंदिरों के पास मन को बहुत शांति मिलती है. आपकी पोस्ट देख कर वहां की याद आ गई.
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